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यूपीआई

एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) (यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस)

एकीकृत भुगतान इंटरफेस  (यूपीआई) भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा विकसित एक भुगतान प्रणाली मंच है. यहां ग्राहक विभिन्न बैंकों के अपने सभी खातों को ला सकता है और रख सकता है और इन खातों के माध्यम से लेनदेन कर सकता है. यूपीआई किन्‍हीं भी दो व्‍यक्‍तियों के मध्‍य स्‍मार्ट फोन के प्रयोग से खाता संख्‍या एवं आईएफएस कोड के संयोजन अथवा वर्चुअल पते जैसे भुगतान पहचानकर्ता के माध्‍यम से निधि अंतरण की सुविधा प्रदान करता है.

यूपीआई निम्नलिखित तरह आईएमपीएस को अतिरिक्त लाभ प्रदान कर रहा है:

  • "पैसा इकट्ठा करें" विकल्प प्रदान करता है.
  • किसी के खाते का प्रयोग कर निधि अंतरण के लिए एकल एनड्रोयड ऐप
  • बैंक यूपीआई में सहभागिता प्रदान कर रहा है.
  • व्यापारी भुगतान को सरल करता है.
  • सिंगल क्लिक में दो घटक प्रमाणीकरण प्रदान करता है.

वर्तमान में यूवीआई केवल एनड्रॉइड स्मार्ट फोन उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है एवं यह गूगल प्‍ले स्‍टोर पर उपलब्ध है. इसे जल्द ही अन्य प्लेटफॉर्म के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा.

यह किस प्रकार कार्य करता है:

उपकरण (डिवाइस) 

ग्राहक का बैंक में खाता एवं उसके पास स्‍मार्ट फोन होना चाहिए

एप

प्‍ले स्‍टोर / बैंक की वेबसाइट से यूपीआई समर्थित ऐप डाउनलोड करें.

आईडी

विशिष्‍ट वर्चुअल आईडी सृजन हेतु नाम एवं आयु जैसे विवरण प्रविष्‍ट करें. यह आपका नाम, फोन नंबर, आधार नंबर हो सकता है.

प्रोफाइल

बैंक के नाम, खाता संख्‍या, आईएफसी कोड के साथ अपनी प्रोफाइल सृजित करें एवं अपने मोबाइल नंबर से लिंक करें.

संव्‍यवहार

बैंक खाता का चयन करें. एम पिन सृजित करें. डेबिट कार्ड के अंतिम 6 अंक एवं समाप्‍ति की तारीख प्रविष्‍ट करें; मोबाइल पर प्राप्‍त ओटीपी एवं गुप्‍त एम पिन प्रविष्‍ट करें. सब्‍मिट बटन दबाएं.

चौबीसों घंटे

अपने वर्चुअल आईडी को साझा कर राशि अंतरण एवं राशि के लिए अनुरोध हेतु यूपीआई एप का प्रयोग करें. इसमें 24*7 बैंक लेन देन किया जा सकता है. जबकि एनईएफटी एवं आरटीजीएस सेवाओं में समय निर्धारित होता है.